उत्तराखंड पुलिस की ततपरता से एक पहाड़ की मासूम बच्ची वेश्यावृत्ति के दलदल में जाने से बच गई,
चमोली: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां एक 14 साल की मासूम का अपहरण कर वेश्यावृत्ति के लिए दिल्ली ले जाया गया। इस हरकत को नाबालिग के इलाके के ही एक युवक ने दिल्ली की महिला के साथ मिलकर अंजाम दिया। हालांकि उत्तराखंड पुलिस की तत्परता से इस मासूम की जिंदगी एक दलदल में घुसने से बच गई और इन दरिंदों को चमोली पुलिस दिल्ली से घसीटकर गिरफ्तार कर ले आई।
घटना के अनुसार, 19 अप्रैल को प0वृo फरखेत, तहसील घाट जिला चमोली निवासी महिला ने अपनी नाबालिक पुत्री सोनिका (काल्पनिक नाम) उम्र-14 वर्ष के गुमशुदा होने की सूचना राजस्व पुलिस चौकी फरखेत पर पंजीकृत करवाई। जिसके आधार पर राजस्व पुलिस चौकी फरखेत पर अभियोग पंजीकृत किया गया। इस पर आगे की कार्यवाही व लापता की सकुशल बरामदगी के लिए राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस (कोतवाली चमोली) को स्थानान्तरित हुई।
मामले की विवेचना पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार उ0नि0 जगमोहन सिंह के सुपुर्द की गयी। विवेचना व पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर अभियोग में धारा 363 भादवि की वृद्धि की गयी।
नाबालिक की तत्काल बरामदगी के लिए यशवन्त सिंह चौहान पुलिस अधीक्षक चमोली के निर्देशन में उ0नि0 जगमोहन सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर नाबालिक की सकुशल बरामदगी के लिए तलाश शुरू की गयी। पुलिस टीम को देहरादून, दिल्ली और हरियाणा रवाना किया गया।
नाबालिक के बरामदगी के लिए गठित टीम व पुलिस सर्विलांस शाखा के प्रयासों से आखिर गुमशुदा / अपह्ता नाबालिक किशोरी को 23 सितम्बर को अभियुक्त वीरेन्द्र सिंह पुत्र बचन सिंह निवासी जाखणी तहसील घाट जनपद चमोली, हाल निवासी 26 – बी शेख सराय ग्राउण्ड फ्लोर थाना मालवीय नगर नई दिल्ली और जेनिफर पुत्री डेविड फर्नीडेस निवासी 26 बी शेख सराय ग्राउण्ड फ्लोर थाना मालवीय नगर नई दिल्ली के कब्जे से सकुशल बरामद कर लिया गया। साथ ही अभियुक्त उपरोक्त को धारा 363/366ए/120बी भा.द.वि. के तहत गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार करने के बाद पुलिस टीम को पता चला कि, उपरोक्त अभियुक्त गणों द्वारा नाबालिक को वैश्यावृति में धकेलने हेतु अपहरण करके ले गये थे। इस तरह पुलिस की तत्परता से पहाड़ की एक मासूम की ज़िंदगी नर्क बनने से बच गई। इसके लिए क्षेत्रवासी पुलिस की सराहना कर रहे हैं।