Friday, June 2, 2023
Home ब्लॉग मौसम की मार-हरेक परेशान

मौसम की मार-हरेक परेशान

अजय दीक्षित
हमें इस हकीकत को स्वीकार लेना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन के घातक प्रभावों ने हमारे जीवन को गहरे तक प्रभावित कर लिया है। इस माह के आरंभ में जहां लोग वातावरण में ठंड महसूस कर रहे थे, पहाड़ों में बर्फबारी हो रही थी और मैदानों में ओला व वर्षा जारी थी। वहीं पिछले कुछ दिनों में मौसम अचानक बदला और बात पारे के चालीस पार जाने की सामने आ गई है। यहां तक कि मौसम विज्ञानी पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में लू की चेतावनी देने लगे हैं। लू निस्संदेह, मौसम में बदलाव कुदरत का नियम है। ठंड के बाद गरमी और गरमी के बाद बरसात कुदरत के शाश्वत नियम हैं। लेकिन यह परिवर्तन निर्धारित समय के साथ धीरे-धीरे होता है। जिसमें मानव शरीर धीरे-धीरे उसके अनुकूल खुद को ढाल लेता है। ऐसा ही फसलों व फलों के वृक्षों का भी है, वे मौसम के अनुसार ही खिलते और फलते हैं।

हो सकता है अंतिम वैज्ञानिक शोध निष्कर्ष बाद में आएं, लेकिन हमारी फसलों की गुणवत्ता व मात्रा में इस अप्रत्याशित मौसम से गिरावट दर्ज की जा रही है। मानव जाति के लिये यह चेतावनी है कि कुदरत का अंधाधुंध दोहन बंद करके अपनी विलासिता पर लगाम लगाए ताकि वातावरण में तापमान नियंत्रित रह सके। जिससे हम ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से बच सकें। अप्रत्याशित मौसम बदलाव का असर जहां हमारी खाद्य सुरक्षा को जोखिम में डाल रहा है, वहीं तमाम तरह की बीमारियों का भी जन्म हो रहा है। दरअसल, बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने

तथा मनुष्य की पैसा कमाने की हवस ने हमारे खाद्यात्रों व फल- सब्जियों में इतने रासायनिक पदार्थ भर दिये हैं कि आम आदमी की जीवनी शक्ति लगातार कमजोर होती जा रही है। जिसके चलते हमारा शरीर मौसम की तीव्रता को झेल पाने में सक्षम नहीं हो पाता। दो मौसमों के संधि काल में ज्यादातर लोग फ्लू आदि बीमारियों के शिकार होते रहे हैं। कोरोना संक्रमण भी कमोबेश उन्हीं लक्षणों को दर्शाता है जो मौसम में बदलाव के दौरान आम समय में उभरते रहे हैं। दरअसल, असली खोट हमारी जीवन शैली व खानपान में है। पहले कहा जाता था कि मौसम नहीं बल्कि गरीबी मारती है। हर साल गर्मी में लू से, ठंड में शीतलहर से और वर्षा ऋतु में बाढ़ से सिर्फ गरीब ही मरता है।

लेकिन अब देखने में आ रहा है कि वातानुकूलित वातावरण में रहने वाली तथा पिज्जा- बर्गर खाने वाली पीढ़ी ज्यादा मौसमी बदलावों के प्रभाव की शिकार हो रही है। विडंबना यह है कि हमने शरीर की जीवनी शक्ति कृत्रिम शक्तिवर्धक पदार्थों व रासायनिक दवाओं में तलाशनी शुरू कर दी है। हमारे सेहतमंद रहने का सिर्फ और सिर्फ एक ही उपाय है कि हम जितना प्रकृति के करीब रहेंगे, अपने आसपास पैदा होने वाले फल, सब्जी व अनाज का उपयोग करेंगे, उतना स्वस्थ होंगे। हर शहर व कस्बे की भौगोलिकता व हवा-पानी के अनुसार जिन खाद्यान्न व फलों को खाने की संस्तुति हमारे पूर्वजों ने की। थी, उसका सीधा सम्बन्ध मौसम के बदलाव के दौरान हमारे स्वास्थ्य की रक्षा से जुड़ा है ।

RELATED ARTICLES

नया संसद भवन, नई उम्मीदें

अजीत द्विवेदी संसद की नई इमारत के समर्थन और विरोध में बहुत कुछ लिखा जा चुका है। जिस समय इस इमारत की नींव रखी गई...

नार्को टेस्ट : आंदोलन की दिशा बदल न जाए

राजेंद्र सजवान कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों द्वारा छोड़ा गया...

मोदी की नौ उपलब्धियां

हरिशंकर व्यास उफ, वक्त ! पल-पल स्यापा, फिर भी गुजर गए नौ वर्ष। पता नहीं नौ वर्षों में 140 करोड़ लोगों में कितनों के दिन...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

अगर राष्ट्रपति बना तो खत्म करूंगा अवैध प्रवासियों के बच्चों की स्थायी नागरिकता- डोनाल्ड ट्रंप

वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर वह 2024 में दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो देश में अवैध रूप से रह...

बिग ब्रेकिंग- सीएम धामी की सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल प्रमोद रावत ने खुद को गोली मारकर की खुदकुशी

देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल प्रमोद रावत ने की खुदकुशी। बैरक में खुद को गोली मारकर की खुदकुशी। सीएम आवास से राजभवन...

देवरिया जिले में तीन युवकों ने एक महिला के साथ दुष्कर्म कर चौराहे पर छोड़ा , तीनो पर मुकदमा दर्ज

उत्तर प्रदेश। देवरिया जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के तीन युवकों ने एक महिला के...

एसजीआरआर एजुकेशन मिशन की शिक्षक चयन प्रक्रिया में उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से अभ्यर्थियों ने किया प्रतिभाग

– एसजीआरआर पब्लिक स्कूल तालाब शाखा में चार दिवसीय प्रक्रिया 30 मई से 2 जून 2023 तक आयोजित  –  रोजगार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा...

Recent Comments