उत्तराखंड

उत्तराखंड में गर्मी की बढ़ती जा रही मार, 37 डिग्री सेल्सियस पहुंचा तक तापमान

देहरादून। उत्तराखंड में गर्मी की मार बढ़ती जा रही है। शुष्क मौसम में पारा लगातार चढ़ रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक तपिश बढ़ गई है। ज्यादातर क्षेत्रों में झुलसाने वाली धूप पड़ रही है। हालांकि, पहाड़ों में मौसम फौरी राहत दे सकता है। अगले कुछ दिन मैदान में मौसम शुष्क रहने और पारा चढ़ने के आसार हैं। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी और गर्जन के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। वहीं पहाड़ों में भी तपिश बढ़ गई है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। इसके साथ ही बीते एक सप्ताह में ज्यादातर क्षेत्रों में पारे में करीब चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले तीन दिन मैदानों में मौसम शुष्क और पहाड़ों में आंशिक बादल रह सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें व ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, 19 अप्रैल को पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा और ओलावृष्टि को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अप्रैल के पहले पखवाड़े में दून का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पिछले सात साल में अप्रैल में पहले 15 दिन में पारा कभी 36.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं गया। वर्ष 2016 में ही दून में अप्रैल के पहले पखवाड़े में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

ऐसे में इस बार आने वाले दिनों में पारे के नए कीर्तिमान स्थापित करने की आशंका है। वहीं सीमांत पिथौरागढ़ जिले में शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। हिमनगरी मुनस्यारी सहित तहसील के अन्य क्षेत्रों में तेज अंधड़ चली। गांधीनगर गांव में दो मकानों के रसोइघर की टिन की छत उड़ गई। पैंकुती गांव में दो बिजली पोल गिर गए।जंगलों में कई वृक्ष धराशायी हो गए। तेज हवाओं के चलते लगभग एक घंटे तक मौसम का रौद्र रूप रहा। इस दौरान हल्की वर्षा हुई। वहीं उच्च हिमालय में हिमपात हो रहा है। धारचूला में भी तेज वर्षा हुई। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की ओलावृष्टि हुई। दारमा और व्यास की ऊंची चोटियों पर हिमपात हो रहा है।

मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार गांधीनगर में तेज हवा से दीवान राम और मनोज कुमार के रसोईघर की टिन की छत उड़ गई। तहसील क्षेत्र में दूसरी बार भी तेज हवा चली। इस दौरान मानीटुंडी के तोक धुरा में दयान सिंह के मकान की छत उड़ गई। परिवारजन बाल-बाल बचे। धारचूला में उच्च हिमालयी व्यास घाटी के कालापानी, नावीढांग में हिमपात हो रहा है। रविवार को इस क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पहुंचना है। उच्च हिमालय में शनिवार की सायं को मौसम का मिजाज काफी खराब है। जिला मुख्यालय सहित अन्य क्षेत्रों में भी आसमान काले घने बादलों से घिर चुका है। हवाएं चल रही हैं जिस कारण तापमान में गिरावट आ चुकी है।

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