पौड़ी में बाघ के आतंक को देखते हुए जिला प्रशासन ने दर्जन भर गांवों में लगाया कर्फ्यू, स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद रखने के दिए निर्देश
पौड़ी। जिला प्रशासन ने जिले में बाघ के आतंक को देखते हुए रिखणीखाल व धूमाकोट तहसील के दर्जनों गांवों में शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा 17 और 18 अप्रैल को इन दोनों तहसीलों के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। डीएम पौड़ी आशीष चौहान ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। रिखणीखाल ब्लाक के ग्रामपंचायत मेलधार के डल्ला गांव में गत दो दिन पहले बाघ के हमले में हुए वृद्ध की मौत के बाद वन विभाग ने हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगा दिया है। रविवार को आसपास के क्षेत्र में ड्रोन उड़ाया गया, जिसमें पडियारपाणी गांव में भी एक बाघ की मूवमेंट कैमरे में कैद हुई है। ग्राम पंचायत मेलधार के प्रधान खुशेंद्र सिंह ने बताया कि बाघ के हमले में वृद्ध की मौत के बाद आसपास के गांवों में दहशत बनी हुई है। उन्होंने बताया कि शाम ढलते ही लोग घरों में कैद हो जा रहे हैं। हालांकि वन विभाग के कर्मी बंदूकों के साथ लगातार गश्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित गांव के रास्तों में प्रकाश की व्यवस्था करने के लिए 10 स्ट्रीट लाइटें दी गई हैं। जो कि रविवार को जुई गांव पहुंच गई है।
स्टीट लाइटों को प्रभावित गांव तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उधर, गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि हमलावर बाघ को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगा दिया गया है। रविवार को बाघों की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में ड्रोन उड़ाया गया, जिसमें पडियार पाणी गांव में भी एक बाघ की मूवमेंट नजर आई है। जिला प्रशासन के आदेश के बाद शनिवार को स्कूल बंद कर दिए गए थे, लेकिन अब सोमवार से क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल खुलने हैं। ऐसे में अभिभावकों में अपने पाल्यों को लेकर चिंता बनी हुई है। ग्राम प्रधान खुशेंद्र सिंह ने बताया कि अभी हमलावर बाघ नहीं पकड़ा गया है और बाघ की मूवमेंट गांव के आसपास लगातार बनी हुई है।