साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण लग चुका आज
जानते हैं साल के पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी जानकारी।
दिल्ली। सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल गुरुवार यानि आज को लगने जा रहा है। ग्रहण सुबह 07 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी नए काम की शुरुआत न करें, शुभ-मांगलिक कार्य न करें, गर्भवती महिला घर से बाहर न निकलें, भोजन न करें और बहुत जरूरी न होने पर यात्रा न करें।
ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए इन मंत्रों का जाप करें
1.ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो : सूर्य: प्रचोदयात।
2. ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:।
3. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
4. ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
5. ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।
ग्रहण के दौरान ना करें ये काम
सूर्य ग्रहण के दौरान किसी सुनसान जगह या श्मशान पर बिल्कुल ना जाएं । माना जाता है कि इस समय नकारात्मक शक्तियां ज्यादा बढ़ जाती हैं। ग्रहण के दौरान घर पर ही रहना चाहिए। ग्रहण के समय मंत्रों का जाप फलदायक होता है। इस समय भगवान की मूर्ति को स्पर्श ना करें। ग्रहण काल के दौरान कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए। ग्रहण के समय कोई भी शुभ कार्य करने से बचें। इस दिन शांत मन से पितरों का स्मरण करना चाहिए।
इन राशियों को रहना होगा सावधान
यह सूर्य ग्रहण मेष राशि में होने जा रहा है। इसलिए इस ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव मेष राशि के जातकों पर देखने को मिल सकता है। आपकी सेहत बिगड़ सकती है। मानसिक तनाव भी बढ़ने की आशंका है। वृषभ राशि के जातकों पर भी इस ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है । इस समय जल्दबाजी में कोई गलत फैसला लेने बचें। कन्या राशि के जातकों को भी इस समय सावधान रहने की जरूरत है। ग्रहण के अशुभ प्रभाव से आपको आर्थिक और मानसिक परेशानी हो सकती है।
सूर्य ग्रहण पर दो अशुभ योगों का साया
सूर्य ग्रहण पर आज दो अशुभ योगों का साया है. सूर्य के साथ ही आज मेष में राहु भी विराजमान रहने वाले हैं. राहु के साथ-साथ बुध देव भी मेष में रहेंगे. साथ ही मंगल भी मिथुन राशि में होंगे. ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को मेष और बुध को मिथुन राशि का स्वामी माना गया है। ऐसे में मंगल और बुध के एक दूसरे की राशि में स्थित होने से ग्रहण योग बनने वाला है. सूर्य ग्रहण के दिन यह दोनों ही योग बेहद ही अशुभ माने जा रहे हैं. ऐसे में ग्रहण काल के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।