Saturday, March 25, 2023
Home अंतर्राष्ट्रीय कई देशों के आर्थिक संकट के बीच वल्र्ड बैंक के प्रमुख ने...

कई देशों के आर्थिक संकट के बीच वल्र्ड बैंक के प्रमुख ने की इस्तीफे की घोषणा

संयुक्त राष्ट्र। डेविड मलपास ने घोषणा की है कि वह जलवायु परिवर्तन नीतियों को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के साथ अनबन के बाद विश्व बैंक के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने पांच साल के कार्यकाल की समाप्ति से दस महीने पहले जून में अंतरराष्ट्रीय विकास संस्थान छोड़ देंगे। गौरतलब है कि उन्होंने अपनी इस्तीफे की की घोषणा ऐसे समय की है, जब दुनिया भर के कई देश गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं। विश्व बैंक का प्रमुख नियुक्त करना, अमेरिकी राष्ट्रपति का विशेषाधिकार है। बाइडेन मलपास के उत्तराधिकारी की नियुक्ति करेंगे। मलपास पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के करीबी थे, जिन्हें 2019 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यंग किम के पद छोडऩे के बाद इस पद पर नियुक्त किया था।

मलपास ने ट्रम्प के 2016 के चुनाव अभियान में काम किया था और विश्व बैंक में जाने से पहले अंतरराष्ट्रीय मामलों के ट्रेजरी अंडरसेक्रेटरी थे। बाइडेन की तुलना में वैचारिक रूप से ट्रम्प के करीब मलपास ने पिछले साल न्यूयॉर्क टाइम्स के एक कार्यक्रम में यह मानने से मना कर दिया था कि जलवायु परिवर्तन मानव निर्मित ग्रीनहाउस गैसों के परिणामस्वरूप हुआ। इस विषय पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, मैं वैज्ञानिक नहीं हूं। इस पर पूर्व उपराष्ट्रपति अल गोर समेत कई अन्य लोगों ने उनकी आलोचना की थी। लेकिन कुछ दिनों बाद मलपास ने यू टर्न लेते हुए विश्व बैंक के कर्मचारियों को लिखा, यह स्पष्ट है कि मानव गतिविधियों से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन जलवायु परिवर्तन का कारण बन रहा है।

तेल और गैस परियोजनाओं को वित्तीय मदद जारी रखने के लिए विश्व बैंक की आलोचना की गई। पद छोडऩे के अपने फैसले की घोषणा करते हुए मलपास ने कहा, विकासशील देशों में अभूतपूर्व संकट का सामना करने के साथ, मुझे गर्व है कि बैंक ने प्रभावशाली ढंग से संकटों का सामना किया। बैंक ने कहा कि मालपास के नेतृत्व में बैंक ने वैश्विक संकटों का तेजी से सामना किया, कोविड-19 महामारी, यूक्रेन में युद्ध, तेज वैश्विक आर्थिक मंदी, अस्थिर ऋण बोझ, जलवायु परिवर्तन और भोजन, उर्वरक के लिए 440 बिलियन डॉलर जुटाया।

इसके पहले मलपास ने रिपब्लिकन राष्ट्रपतियों रोनाल्ड रीगन और जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश के साथ भी काम किया। 1993 में वे निवेश कंपनी बेयर स्टर्न्स के मुख्य अर्थशास्त्री बने, जो 2008 के वित्तीय संकट में ढह गई। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की आर्थिक सलाहकार फर्म की स्थापना की और सीनेट चुनाव में रिपब्लिकन नामांकन के लिए असफल बोली लगाई।

RELATED ARTICLES

लंदन में खालिस्तान समर्थकों के विरोध में उतरे भारतीय, हाथों में तिरंगा.. बज रहे थे हिंदी गाने, पुलिस भी डांस करती आई नजर

लंदन। भारतीय दूतावास पर मंगलवार को सैकड़ों भारतीय तीरंगा लेकर पहुंचे। इन सभी ने खालिस्तान समर्थकों के हंगामे और भारतीय झंडे के साथ दुर्व्यवहार के...

100 से ज्यादा शवों के साथ शख्स ने किया रेप, वीडियो बना घर में रखे थे फोल्डर

लंदन। ब्रिटेन में एक बड़ा मामला सामने आया है जो आप जानकर हैरान रह जाएंगे। आपको बता दें, ब्रिटेन में एक शख्स ने 100 से...

राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, रूस ने उड़ाया इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट का मजाक

मॉस्को। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) ने युद्ध अपराधों के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट यूक्रेन से...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

उत्तराखंड के कई इलाकों में बिजली की कड़क के साथ फिर से शुरु हुआ बारिश का दौर

देहरादून। उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। आज भी प्रदेश के कई हिस्सों में बादलों के साथ धीमी बारिश...

भाजपा लोकतंत्र की हत्यारी -अखिलेश यादव

लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री व  नेता विरोधी दल  अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। हर वर्ग के साथ अन्याय...

एडवोकेट विकेश सिंह नेगी की जनहित याचिका पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, देहरादून नगर निगम और खाद्य सुरक्षा विभाग को जारी किया नोटिस

नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने देहरादून में मटन और चिकन की दुकानों में बिना परीक्षण के बेचे जा रहे मांस को लेकर दायर जनहित याचिका...

पौड़ी गढ़वाल की श्रीनगर विधानसभा के स्कूलों का होगा कायाकल्प, जानिए क्या है शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की प्लानिंग और कितना बजट हुआ...

श्रीनगर/देहरादून। उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत खिर्सू, पाबौं व थलीसैंण ब्लॉक के स्कूलों का पुनर्निर्माण व मरम्मत किया जायेगा। इसके...

Recent Comments