Monday, December 4, 2023
Home हेल्थ जीभ का रंग बता सकता है स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं, जानिए कैसे

जीभ का रंग बता सकता है स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं, जानिए कैसे

क्या आप जानते हैं कि आपकी जीभ आपके स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ बता सकती है? जी हां, यह सच है। वैसे तो एक स्वस्थ जीभ पतली सफेद कोटिंग के साथ गुलाबी रंग की होती है, लेकिन पोषक तत्वों की कमी से लेकर संक्रमण और गंभीर बीमारियों तक, ऐसी कई चीजें हैं, जिसके कारण जीभ का रंग बदल जाता है। आइए आज हम आपको जीभ से जुड़े स्वास्थ्य समस्याएं बताते हैं।

लाल जीभ
अगर आपकी जीभ का रंग लाल है तो इसका मतलब है कि शरीर में अत्यधिक गर्मी और डिहाइड्रेशन की समस्या है। इससे मुंह सूखने और मुंह के छालों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा विटामिन बी 12 की कमी से जीभ लाल और बार-बार मुंह के छाले हो सकते हैं, जो एनीमिया होने का संकेत भी हो सकते हैं। मुंह के छालों से छुटकारा पाने के लिए इन घरेलू नुस्खे को अपनाएं।

सफेद धब्बेदार जीभ
अगर जीभ पर क्रीमी सफेद रंग के धब्बे हैं तो थ्रश की समस्या हो सकती है। यह एक तरह का फंगल संक्रमण है, जो कुछ दवाएं लेने के बाद हो सकता है। वहीं अगर जीभ पर छोटे और सफेद धब्बे हैं तो यह लाइकेन प्लेनस का संकेत दे सकता है। इसके अलावा अगर जीभ पर सख्त और सफेद-ग्रे धब्बे हैं, जिन्हें हटाया नहीं जा सकता है तो यह ल्यूकोप्लाकिया हो सकता है, जो कैंसर से जुड़ा हुआ है।

चिकनी जीभ
आयरन, फोलिक एसिड या विटामिन बी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी से चिकनी जीभ हो सकती है। इसके अलावा आपकी जीभ संक्रमण, सीलिएक रोग या कुछ दवाओं के कारण भी चिकनी हो सकती है। वहीं अगर असमतल भागों के पास समतल भाग है तो आपकी जियोग्राफिक जीभ हो सकती है, जो आमतौर पर हानिकारक नहीं होता है। हालांकि, इससे आपको कभी-कभी कुछ असुविधा महसूस हो सकती है।

जलन महसूस होने वाली जीभ
अगर आप अपनी जीभ पर जलन या चुभन जैसा महसूस करते हैं तो यह टूथपेस्ट या हार्मोनल बदलाव के कारण हो सकता है। दरअसल, टूथपेस्ट में मौजूद सोडियम लॉरिल सल्फेट (स्रुस्) जैसी सामग्री के कारण जीभ पर जलन महसूस हो सकती है। इसके अलावा पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण भी जलन महसूस हो सकती है। यह समस्या मुंह के सूखने, संक्रमण और मधुमेह जैसे अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकता है ।

काले धब्बे वाली जीभ
काली और बालों वाली जीभ होना भले ही एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं है, लेकिन यह बैक्टीरिया के विकास का संकेत हो सकती है। इससे संक्रमण, सांस की बदबू और स्वाद में बदलाव हो सकता है। इस तरह की जीभ धूम्रपान, ब्लैक टी या कॉफी का अत्यधिक सेवन, खराब मुंह का स्वास्थ्य और लंबे समय तक एंटी-बायोटिक के इस्तेमाल से हो सकती है। मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ऑयल पुलिंग एक अच्छा तरीका है।

RELATED ARTICLES

प्रोटीन का पावरहाउस है गोभी जैसी दिखने वाली ब्रोकली, खाने से शरीर बनता है स्ट्रांग

मिलती है ताकत सेहत के दुरुस्त रखने में प्रोटीन की अहम भूमिका होती है. बहुत से लोग अंडे से प्रोटीन की जरूरत को पूरी करते...

याददाश्त बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने में मददगार हैं ये 5 जड़ी बूटियां

ऐसे कई लोग हैं, जो किसी न किसी कारणवश कई दिमागी समस्याओं से जूझ रहे हैं।इनके कारण सोचने-समझने की शक्ति कमजोर हो जाती है...

सेहत के लिए अच्छा है योग, लेकिन इसे करते समय बरतनी चाहिए ये सावधानियां वरना हो सकता है नुकसान

योग को सेहत के लिए हमेशा ही अच्छा और लाभदायक माना गया है। योग करने से केवल फिजिकल नहीं बल्कि मेंटल हेल्थ भी इंप्रूव...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

यूट्यूब ने नियमों में किया बदलाव, अब वीडियो क्रिएटर्स को एआई जेनरेटेड कंटेंट की पहले देनी होगी जानकारी

नई दिल्ली। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में जबरदस्त बदलाव हुए हैं। एआई के आने के बाद जहां लोगों का काम जहां आसान...

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों का सीएम ने लिया जायजा

जॉलीग्रांट से एफआरआई में जारी सौंदर्यीकरण कार्यों की तैयारी परखीं देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली से लौटते ही जौलीग्रांट से एफ.आर.आई सड़क...

दिल्ली का एक्यूआई बेहद खराब , न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री तक गिरा

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय...

उत्तराखंड के लोक कलाकारों के नाम एक झूमती शाम

लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी, किशन महिपाल व अंजलि खरे समेत कई कलाकारों ने उत्तराखंड लोक विरासत में बिखेरे रंग देहरादून। उत्तराखंड लोक विरासत का आगाज शनिवार...

Recent Comments