राजनीति

चाचा-भतीजा आमने सामने, शरद पवार बोले मैं 82 साल का हूं या 92 का हो जाऊं, एनसीपी का मैं ही हूं अध्यक्ष

नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने कहा कि वह ही पार्टी के अध्यक्ष हैं। यहां पार्टी की कार्यसमिति की बैठक के बाद शरद पवार ने कहा, एनसीपी का अध्यक्ष मैं ही हूं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य को पार्टी से निष्कासित करने संबंधी फैसले को कार्यसमिति ने मंजूरी दी। पार्टी नेता पी. सी. चाको ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कि बैठक में आठ प्रस्ताव पारित किए गए। अजित पवार के बहुमत होने के दावे पर शरद पवार ने कहा, सच सामने आ जाएगा।

शरद पवार ने भतीजे अजित पवार के उस रिटायरमेंट वाले तंज का भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब समय आ गया है कि चाचा रिटायर हो जाएं और एनसीपी की कमान उन्हें सौंप दें। इस पर शरद पवार ने कहा कि चाहे मैं 82 साल का हूं या 92 साल का हो जाऊं, मैं अब भी प्रभावी हूं। वहीं, पीसी चाको ने कहा कि संगठन शरद पवार के साथ है। उन्होंने कहा, एनसीपी कार्यसमिति ने एनडीए से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य लोगों को निष्कासित करने संबंधी फैसले को मंजूरी दे दी है। शरद पवार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे। हम किसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के दावे को गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने कहा, हमारा संगठन अब भी एकजुट है।

चाको ने कहा कि राकांपा हर तीन साल पर चुनाव कराती है और लोग नियमित रूप से निर्वाचित होते हैं। कार्यसमिति द्वारा पारित प्रस्तावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्यों’ के खिलाफ रुख अपनाना भी शामिल है। इसने केंद्र सरकार की नीतियों की भी निंदा की और आरोप लगाया कि महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं की दुर्दशा बढ़ रही है। अजित पवार और उनके आठ सहयोगी दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए थे। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, वहीं अन्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।

शरद पवार से मिले राहुल गांधी, एकजुटता प्रकट की

वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुड़े संकट के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। सूत्रों का कहना है कि पवार के आवास पर इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने उनके साथ एकजुटता प्रकट की। पवार के भतीजे अजित पवार और राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन सरकार में शामिल हो गये और उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली थी। अजित पवार उप मुख्यमंत्री बने हैं। अजित पवार गुट ने राकांपा के नाम और चुनाव चिन्ह (घड़ी) पर दावा भी पेश कर दिया है। इस गुट का दावा है कि उसके पास 40 से अधिक विधायकों का समर्थन है। महाराष्ट्र विधानसभा में राकांपा के 53 सदस्य हैं।

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